पुत्र नि‍रंजन देव के जन्‍मदि‍न पर कवि‍ता

नि‍रंजन देव सि‍ह अपने माता-पि‍ता सवि‍ता-श्‍यामल और भैया वि‍शाल
सि‍ह के साथ।
 कोलाज-सृजन : ठाकुर शि‍शि‍र कुमार सि‍ह द्वारा जन्‍मदि‍न पर भेंट )  

नि‍रंजन देव सि‍ह अपने माता-पि‍ता सवि‍ता-श्‍यामल और भैया वि‍शाल
सि‍ह के साथ।
( कोलाज-सृजन : ठाकुर शि‍शि‍र कुमार सि‍ह द्वारा जन्‍मदि‍न पर भेंट )  


नि‍रंजन देव सि‍ह की दो साल से भी कम आयु की मोहक मुद्रा : धनबाद में श्रीकृष्‍ण-
रूप-सज्‍जा प्रति‍योगि‍ता में प्रति‍भागी के तौर पर पहुंचने पर  लि‍या गया चि‍त्र।

 नि‍रंजन हों यशस्‍वी व चि‍रायु-दीर्घायु 


श्‍याम बि‍हारी श्‍यामल



गुनगुनाता हरदम गान दीर्घ या नन्‍हा

अकेले भी कभी रहता नहीं जो तन्‍हा



रोम-रोम में सि‍र्फ जि‍ज्ञासा-जि‍ज्ञासा

पूरी करे देश समाज की वह आशा



इच्‍छा में जि‍सकी है ऊपर सबसे ज्ञान

कि‍ताब या कंप्‍यूटर डूबकर करे स्‍नान



देखकर जि‍से मन को खुशि‍यां लेतीं घोल

मोह लेते हृदय को जि‍सके मीठे बोल



मां सवि‍ता भैया वि‍शाल की आंख का तारा

इस कवि‍-पि‍ता को तो जान से भी प्‍यारा 



आंखों में उसकी ज्ञान का रंजि‍त अंजन

घर-बाहर दुलारा सबका देव नि‍रंजन



दुनि‍या में चर्चि‍त हो उसका हर कमाल

चमकता रहे हमारे बीच हजारों साल



वीर का जन्‍मदि‍न गि‍फ्ट दे-देकर मनाएं

सदा हर साल हम दें खूब शुभकामनाएं



हर साल गूंजे-- वीर हैप्‍पी बर्थ डे टू यू

नि‍रंजन हों यशस्‍वी व चि‍रायु-दीर्घायु 

नि‍रंजन देव सि‍ह अपने माता-पि‍ता सवि‍ता-श्‍यामल और भैया वि‍शाल
सि‍ह के साथ।
 ( कोलाज-सृजन : ठाकुर शि‍शि‍र कुमार सि‍ह )  

नि‍रंजन देव सि‍ह : मोहक मुस्‍कान  

Niranjan glorious and VIVA - longevity 


 Shyam Bihari Shyamal

Always singing or humming a little long
No one who ever lived alone alone

Rome - Rome just curiosity - curiosity
Hope he will carry out the community

Up in the will which the knowledge
Book or computer to drown Bath

Solution would have the heart to see the joy
Heart will love the sweet talking

Mother Savita brother vishal
The poet - father of the sweet life

Choroid in the eye of the knowledge tree
Home - all the cherished Niranjan Dev

Became popular in the world in every great
Are flashing thousands of years between us

De Veer's birthday gift - by Celebrate
Every year we always give good luck

Gunje each year - Happy birthday to veer
Niranjan are glorious and Viva - Longevity

                                                               (translated by google)
नि‍रंजन देव सि‍ह : मि‍त्र-वार्ता की दूरभाष-मुद्रा

नि‍रंजन देव सि‍ह अपने अग्रज वि‍शाल सि‍ह के साथ : भ्रातृ-प्रेम  


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About Shyam Bihari Shyamal

Chief Sub-Editor at Dainik Jagaran, Poet, the writer of Agnipurush and Dhapel.
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2 comments:

  1. निरंजन का जन्मदिन आप लोगों को मुबारक हो। हम उसके सुंदर,सुखद,स्वस्थ,समृद्ध उज्ज्वल भविष्य एवं दीर्घायुष्य की मंगलकामना करते हैं।

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