विशाल आप हज़ारों साल संग संग जगमगाएं
रंग सारे खिले रहें सदा नीले पीले हरे लाल
दुनिया भर में प्रशंसित हों चिरंजीवी विशाल
मम्मी-मौसियों की आंखों का जैसा तारा
वह तो भाई-बहनों का भी वैसा ही है प्यारा
नाना, मामा, चाचा. पापा सब गुण जिसके गाते हैं
वह विशाल अलबेले ऐसे सबको खूब भाते हैं
धनबाद दिल्ली बनारस बलिया पलामू व झूम रही रांची
जन्म-दिन पर छलक रहीं खुशियां एकदएम सांची
हर दिल से निकल रहीं अनमोल शुभ कामनाएँ
विशाल आप हज़ारों साल संग संग जगमगाएं
- श्याम बिहारी श्यामल
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (13-04-2017) को बैशाखी- "नाच रहा इंसान" (चर्चा अंक-2939) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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बैशाखी की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'