प्रसाद-प्रांगण में पावन परिणय Shyam Bihari Shyamal 4:57 pm Add Comment Edit चमक रहा महाकवि का अनन्य आंगन दिव्य यह कामायनी का भव्य प्रांगण श्यामबिहारी श्यामल का शी के सरायगोवर्द्धन में विख्यात... Read More
निरंजन बेजोड़ Shyam Bihari Shyamal 6:09 am 2 Comments Edit निरंजन अनुपम-अनोखा दिमाग में जिसके झर-झर झरता जिज्ञासाओं का झरना जिसकी हर लम्हे की फितरत कुछ न कुछ करते रहना जिद ऐसी कि हजार वोल... Read More
ओमप्रकाश वाल्मीकि ने पहली बार कलम से हिलाया प्रभु वर्ग का किला Shyam Bihari Shyamal 4:24 pm 1 Comment Edit ओमप्रकाश वाल्मीकि का जाना भारतीय साहित्य के ऐसे नक्षत्र का अंतर्धान होना है जिसने पहली बार स्वानुभव की अभिव्यक्ति से हमारे समाज के प्र... Read More