सुपुत्र विशाल सिंह के 21 वें जन्‍म-दिन का उपहार


सुपुत्र विशाल सिंह के 21 वें जन्‍म-दिन का उपहार
 
अनुज निरंजनदेव और पापा श्‍यामल के साथ सबसे दाह‍िने तृषांत सिंह विशाल।

 दुनिया देखेगी वह नजारा नायाब 

मम्‍मी सविता सिंह, पापा श्‍यामल औरअनुज निरंजनदेव के साथ सबसे बाएं विशाल।




दुनिया में बेमिसाल अपना विशाल

कमाल ही कमाल अपना विशाल

जैसा धीर-गंभीर वैसा बिंदास
महमह फूलों की डाल अपना विशाल 

माथे मोरपंख और मुख पर बांसुरी
बचपन का माखनलाल अपना विशाल 

धनबाद का बबुआ बनारस में बाबू 
दिल्‍ली में गोटी लाल अपना विशाल 

मम्‍मी सविता की मीठी-मीठी सांस 
पापा की धड़कन धमाल अपना विशाल

अनुज निरंजन का सबसे बेहतर संगी
ठहाके व हुप्‍प गाल अपना विशाल

दुनिया देखेगी वह नजारा नायाब
संसार में छाएगा अपना विशाल 

                                            - श्‍याम बिहारी श्‍यामल
                                              11 अप्रैल 2016 
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About Shyam Bihari Shyamal

Chief Sub-Editor at Dainik Jagaran, Poet, the writer of Agnipurush and Dhapel.
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