श्याम बिहारी श्यामल की गजल : आंखों का तराजू बड़ा बेदर्द Shyam Bihari Shyamal 7:03 am 1 Comment Edit आंखों का तराजू बड़ा बेदर्द श्याम बिहारी श्यामल मंजर-ए-चरागां नहीं यह आम चल रहा हर चराग यहाँ दिल है इसमे लहू जल रहा ... Read More
श्याम बिहारी श्यामल की गजल : देखेंगे ज़रूर तेल और तेल की धार भी Shyam Bihari Shyamal 9:19 am 1 Comment Edit देखेंगे तेल और तेल की धार भी हमें उनसे भी हमदर्दी है और वही प्यार भी हमारे नाम से जिन्हें आता है गुस्सा बुखार भी गो कि प... Read More