अंदाज़-ओ-लहज़ दे देते नीयत का पता Shyam Bihari Shyamal 7:58 am 1 Comment Edit क्या कहूं हाल अपना अब जो आमद हुआ है श्याम बिहारी श्यामल बेअदब बेक़द्र बेमुरव्वत बेहद हुआ है आईना मेरा जबसे आदमक़द हुआ है... Read More
सूरज से पूछियेगा क्या है लाल रंग Shyam Bihari Shyamal 7:44 am Add Comment Edit सवाल मुल्तवी रख फ़तेह का अभी श्याम बिहारी श्यामल सच जानेंगे तो आप रह जायेंगे दंग सूरज से पूछियेगा क्या है लाल रंग क... Read More
ज़िंदगी ने बेशक़ ज़ख्म ही ज़ख्म नहीं दिए Shyam Bihari Shyamal 7:47 am 1 Comment Edit सामने मक़सद एक नई दुनिया तराशना श्याम बिहारी श्यामल पैग़ाम-ए-क़ायनात नए पल संवारना गड़े ग़म खोज-खोज ऐसे में क्या उखाड़ना ... Read More
गुल जिन्हें चुभे ताज़िंदगी नहीं संभले हैं Shyam Bihari Shyamal 6:41 am Add Comment Edit खाक़ जो हुए दरअसल चांदनी से जले हैं श्याम बिहारी श्यामल राह-ए-ज़िंदगी में मंज़र क्या-क्या चले हैं गुल जिन्हें चुभे ताज़िंदगी... Read More
कौन डाल रहा है जान इस नक्श के भीतर Shyam Bihari Shyamal 7:54 am Add Comment Edit आब-ए-तल्ख़ के बने हैं हमारे हालात श्याम बिहारी श्यामल ब्रश, रंग, हाथ या दिमाग, किसकी करामात कैनवास भौंचक, सुन तस्वीर के स... Read More
अटारी से पिटारी में चांद वह उतार रहा Shyam Bihari Shyamal 7:21 am Add Comment Edit ग़ज़ल की हद से अब निकलो भी बाहर श्याम बिहारी श्यामल तमाशबीन हैं, हक़ीक़त से जिन्हें प्यार रहा चुनांचे परेशान ही नहीं, सच अब हा... Read More
दम भर ज़हर बेसाख्ता पिया Shyam Bihari Shyamal 7:42 am Add Comment Edit दर्द की नदी ने यूं जन्म लिया श्याम बिहारी श्यामल अहसास को दिल का मुक़ाम दिया है सरेग़ज़ल हमने उसे ही जिआ है मन परबत रख... Read More
कोई तो दुश्मन क़ायदे का हो Shyam Bihari Shyamal 7:41 am 1 Comment Edit दोस्ती के नए-नए रंग खिल रहे श्याम बिहारी श्यामल तिज़ारत एक बिना फायदे का हो कोई तो दुश्मन क़ायदे का हो गाल फुलाएं या आ... Read More
लूटा आसमां को किसने Shyam Bihari Shyamal 6:55 am Add Comment Edit असलहा चिह्न-ए-समीना श्याम बिहारी श्यामल ज़ोर-ए-बाज़ू जब जीना सूखे क्योंकर यह पसीना क्या आबे ज़न्नत, क्या ज़हर ज़िन्द... Read More
मुंह खून लगा ऐसा इस ज़माने को Shyam Bihari Shyamal 7:33 am Add Comment Edit गनीमत है आँखों में अभी पानी है श्याम बिहारी श्यामल ज़िन्दाज़ेहनी की ज़िंदा निशानी है गनीमत है आँखों में अभी पानी है ... Read More
फितरत-ए-निगाह कहां केवल ताकना Shyam Bihari Shyamal 8:05 am Add Comment Edit इक़बाल-ए-चश्म यूं बुलंद करो श्याम बिहारी श्यामल कभी देखना, कभी तोलना औ' ताड़ना फितरत-ए-निगाह कहां केवल ताकना ... Read More
चांद भटक रहा किसकी तलाश में Shyam Bihari Shyamal 8:26 am Add Comment Edit हिज़रत यूं कैसे पुरसुकूं श्याम बिहारी श्यामल सफ़र आखिर किस वस्ल की आस में चांद भटक रहा किसकी तलाश में सरक गयीं ... Read More
खुराफ़ात कतई नहीं खराद-ए-ताक़त Shyam Bihari Shyamal 7:36 am Add Comment Edit हमने देखे हैं एक से एक बवंडर श्याम बिहारी श्यामल आंधियों को मशविरा, तमाशा न बनाएं कभी कुछ गढ़ा हो तो हमें ज़रा बताएं ... Read More
रोती हैं बुलंदियां ज़ार-ज़ार Shyam Bihari Shyamal 6:56 am Add Comment Edit ज़मीं पर उतरना है, यहां से कौन रास्ता श्याम बिहारी श्यामल सन्नाटे से कब तक दिखाए कोई प्यार मन ही मन रोती हैं बुलंदियां ज़... Read More
बटखरा सहमा हुआ, खुद तुल न जाए कहीं Shyam Bihari Shyamal 8:05 am Add Comment Edit कैसा दौर-ए-फ़रेब ज़ुल्मतक़दा श्याम बिहारी श्यामल तराजू खबरदार, भेद खुल न जाए कहीं बटखरा सहमा हुआ, खुद तुल न जाए कहीं तौलन... Read More
आग को सब हवा देंगे Shyam Bihari Shyamal 7:14 am Add Comment Edit सच तो सच आख़िर श्याम बिहारी श्यामल एक दिन सब दगा देंगे आग को सब हवा देंगे क्या अंदाम, क्या चमन वह हाथ सारे छुड़... Read More