सामना होते सामने यह सवाल Shyam Bihari Shyamal 7:42 am 3 Comments Edit अक्श दिखाता है हर बार उल्टा श्याम बिहारी श्यामल सबको अक्श दिखाता है आईना अपनी शक्ल छुपाता क्यों आईना कहीं तो इस खेल... Read More
पैगाम अब आम, हिन्दुस्तां न बख्शेगा Shyam Bihari Shyamal 7:59 am 1 Comment Edit दरिंदिस्तान मिट के रहेगा श्याम बिहारी श्यामल शैतानियत का खेल अब और न चलेगा दहशतिस्तां तबाही ही और देखेगा सरहद को लांघ... Read More
हवा रहे खिलाफ Shyam Bihari Shyamal 8:31 am Add Comment Edit चित्र : साभार गूगल अबाध हो बहना श्याम बिहारी श्यामल बूतों से कहना छोड़ें चुप रहना मंज़िल बाक़ी है बहुत तेज चलन... Read More
बे-दलील बदहवास बेचैन हो उठे Shyam Bihari Shyamal 7:28 am Add Comment Edit कुनबा-ए-शैतां अब मैदानछोड़ था श्याम बिहारी श्यामल एक शख्स जो शुरू से ही हंसोड़ था क्यों उसका ज़वाब हर अब मुंहतोड़ था कौन ... Read More
क्यों इसकी अब तक दवा न बनी है Shyam Bihari Shyamal 8:08 am Add Comment Edit ताक रहीं बोल रहीं शक़्लें टंगी श्याम बिहारी श्यामल यह जो टीस-सी ज़िगर में तनी है क्यों इसकी अब तक दवा न बनी है ... Read More
नामवर सिंह शख्स यह हमारे अदब में हुआ है Shyam Bihari Shyamal 7:26 am 1 Comment Edit तारीख़-ए-अदब मिसाल दूसरी खोज के दिखा श्याम बिहारी श्यामल बुलंदी ने बनाया खुद को जिनका पहरुआ है नामवर सिंह शख्स यह हमारे अद... Read More
उसे लगा मुरीद हैं हम Shyam Bihari Shyamal 8:57 am 1 Comment Edit वह जो हो हम भी कुछ हैं श्याम बिहारी श्यामल कब किससे कभी बनी है अभी ज़िन्दगी से ठनी है अगर वह वक़्त की रानी नाचीज़... Read More
ज़िंदगी बेसाख्ता तू हमसे मिला कर Shyam Bihari Shyamal 7:48 am 1 Comment Edit रू-ब-रू नहीं होने से बढ़ रहा भरम श्याम बिहारी श्यामल इतनी-सी इनायत तो मुझ पर अता कर ज़िंदगी बेसाख्ता तू हमसे मिला कर ... Read More
आंधियों को हवा करता रहा Shyam Bihari Shyamal 7:33 am 6 Comments Edit यह जादू कोई समझता है क्या श्याम बिहारी श्यामल जो पसंद नहीं कभी क़ुबूल नहीं, ऐसा भी कोई अड़ता है क्या अपना रास्ता खुद ही रोक... Read More
ज़िंदगी ने नामवर सिंह को जिया है Shyam Bihari Shyamal 8:25 am 2 Comments Edit खज़ाना-ए-सुखन ख़ास यह श्याम बिहारी श्यामल वक़्त ने पेश अफसाना यह जो ख़ास किया है ज़माने ने अहसास यह दिल में समेट लिया है ... Read More
नमन नामवर :::: जंचा नहीं नामवर संग यह सलूक दिखाना Shyam Bihari Shyamal 8:08 am 1 Comment Edit इस चरवाही की तारीफ़ हो कि लानत भेजूं IIII आचार्य प्रवर डा. नामवर सिंह के अंतिम संस्कार का विचलित कर देने वाला दृश्य (वीडियो क्लिप)... Read More
विदा हो रहे अनुपम अनोखे नामवर Shyam Bihari Shyamal 8:49 am 1 Comment Edit खांचा नहीं खींचा कोई फ़र्क न किया श्याम बिहारी श्यामल धुंध में गुम आज हिंदी का आंगन-घर विदा हो रहे अनुपम अनोखे नामवर... Read More
नामवर होने का अर्थ ( भारत यायावर की कृति ) : एक दृष्टिपात Shyam Bihari Shyamal 7:29 am Add Comment Edit नामवर-निर्मिति का रोचक रोमांचक वृत्तांत पुस्तक-समीक्षा 0 श्यामबिहारी श्यामल ''...अ पने देश में आम जनता तक ब... Read More
नामवर जी का महाप्रस्थान, हिंदी साहित्य पर वज्रपात Shyam Bihari Shyamal 3:59 am 1 Comment Edit २८ जुलाई २०१८ को दिल्ली में राजकमल प्रकाशन के तत्वावधान में नामवर जी के जन्म-दिन पर आयोजित समारोह का चित्र! संयोग से यह अब नामवर जी ... Read More
हक़ीक़त रंग कभी यक-ब-यक दिखाएगी Shyam Bihari Shyamal 8:02 am 1 Comment Edit क्यों तिस्नगी है दौलत रग-रग में तेरी श्याम बिहारी श्यामल ज़िंदगी इनायत कब तलक फरमाएगी बात निकले तब तो दूर तलक जाएगी ... Read More
हंगामा गुपचुप-सा कुछ Shyam Bihari Shyamal 9:07 am Add Comment Edit कुछ है कहीं ठिठका-सा श्याम बिहारी श्यामल कुछ न कुछ कहता है कुछ हर पल क्या बजता है कुछ सन्नाटे में शोर क्यों हं... Read More
घूम रहा कटोरा उठाए वह कटोरिस्तान है Shyam Bihari Shyamal 8:45 am 2 Comments Edit वह क्या है ज़ाहिलिस्तान या जानवरिस्तां श्याम बिहारी श्यामल क़ातिल-ए-इंसानियत जहां वह क़ातिलिस्तान है नाम का पाक़ लेकिन असल ... Read More
नाम पाक़ पहचान भद्दी है Shyam Bihari Shyamal 8:06 am 1 Comment Edit खटक रहा जहन्नुम दुनिया को श्याम बिहारी श्यामल नाम पाक़ पहचान भद्दी है सोच-समझ एकदम रद्दी है खुद को निगलने पर तुला हुआ... Read More
हवाओं ने धोए निशां-ए-अश्क़ अभी Shyam Bihari Shyamal 7:42 am 1 Comment Edit इसी पल बाज आ ज़िंदगी, जुआ न कर श्याम बिहारी श्यामल तन्हाइयो, इतने पास भी हुआ न कर हद में ही रह अपनी हमें छुआ न कर दुश्... Read More
क़ातिल को भी क़ुबूल कहां क़ातिल कहलाना Shyam Bihari Shyamal 7:57 am 1 Comment Edit हालात को बदलेगा ख़ास भरोसा श्याम बिहारी श्यामल नक़ाब-ए-शराफ़त की अब जो होड़ मची थी ख्वाहिश-ए-अच्छाई यह निहायत सच्ची थी ... Read More
काले बादल काबिज़ थे आस्मां-ए-ज़ेहन Shyam Bihari Shyamal 7:33 am 1 Comment Edit कैसी यहां दरपेश पहेली श्याम बिहारी श्यामल हक़ीक़त-ए-वक़्त-ए-सवालात अज़ीब घड़ी थी अंगुली उठी एक थी चार अपनी ओर मुड़ी थी उसस... Read More
आईना दिखाते हैं खुद पर नज़र रखते हैं Shyam Bihari Shyamal 8:18 am 1 Comment Edit चादर यह बड़ी नहीं पर शफ्फाक ग़ज़ब श्याम बिहारी श्यामल हक़-ए-सुखनवरी यहां यूं हम अदा करते हैं आईना दिखाते हैं खुद पर नज़र रखत... Read More
ज़िंदगी गुजरी है ऐसी गलिओं से भी Shyam Bihari Shyamal 7:17 am 1 Comment Edit धक्के पहुंचे वज़ूद बिखर गया श्याम बिहारी श्यामल ज़ेरे अश'आर मेरे सब वही-वही है बात जो पूरे दिल से इस दिल ने कही है ... Read More