सवाल मुसलसल कैसे हम अब तक खड़े हैं Shyam Bihari Shyamal 9:18 am 1 Comment Edit अचंभा बचे होने पर अपने श्याम बिहारी श्यामल क्या खाक़ सारे अफलातून बड़े-बड़े हैं रोकने को खाक़सार के पांव पकड़े हैं चाहत... Read More
अज़ाब-ओ-खामोशी सब खुशरंग ढलते हैं Shyam Bihari Shyamal 7:38 am 1 Comment Edit हम बताएं अपनी बख्त़-ओ-फितरत अब यहां श्याम बिहारी श्यामल गमो, तुम्हारी लाचारी खूब समझते हैं यूं ही नहीं हम तुम्हें ग़ज़ल... Read More
उन्हें यकीं लूटेंगे यकीं-ए-ज़हां Shyam Bihari Shyamal 7:30 am 1 Comment Edit हर गांव जैसे मुर्दों का था टीला श्याम बिहारी श्यामल सरेसफ़र हुज़ूम-ए-फ़क़ीर था मिला यह तो ठगों का मुसलसल था क़ाफ़िला उन्हे... Read More
मौज़ूदगी यह किसी को क्यों हज़म नहीं होती Shyam Bihari Shyamal 7:50 am 1 Comment Edit ज़ेरे आतिश सोना, पर चश्म नम नहीं श्याम बिहारी श्यामल मौज़ूदगी यह किसी को क्यों हज़म नहीं होती दुश्वारी है कि चुनांचे... Read More
Shyam Bihari Shyamal 9:11 am Add Comment Edit कील ठहरे पर ठुका न गया १६ दर-ए-इब्लीस रुका न गया १६ थोड़ा झुकना फ़ायदा बहुत १६ ज़रूरत भी, पर झुका न गया १६ गुफ़ा से जाना था खज़ाना १६ बेप... Read More
समझ गया मैं इस दौलत से वह कंगाल कर देगा Shyam Bihari Shyamal 7:16 am 1 Comment Edit फूंक ने आंधी को उड़ाया श्याम बिहारी श्यामल राह रोक वह कहता रहा मालामाल कर देगा पता हमें नीयत-ओ-ईमां सब पामाल कर देगा ... Read More
ग़ज़ब चर्चा-ए-फ़लसफ़ा है यहां-वहां Shyam Bihari Shyamal 7:27 am 1 Comment Edit ज़हां अल्फाज़ी ज़िंदगी हवा-हवाई श्याम बिहारी श्यामल बातों में जिनकी मिसालें हैं औ' दुहाई है आमाल में झलक कहां इनकी कभी आ... Read More
चूम रहे अभी कैसे हर पगडंडी-पाथ Shyam Bihari Shyamal 8:07 am Add Comment Edit कोई नागनाथ है तो कोई सांप नाथ श्याम बिहारी श्यामल मैदान मारने को कोई किसी के साथ शर्त यह केवल कि हुकूमत आ जाए हाथ ... Read More
चेहरे अनेक, सब के सब एक Shyam Bihari Shyamal 6:57 am Add Comment Edit आसिम उनकी चाहत है बहुत श्याम बिहारी श्यामल सब जानते सियासत हैं बहुत उनकी बीन में ताक़त है बहुत बजाएं तो नचा दें हरेक को... Read More
अब तो मुश्किल ही हो चला उन्हें संभाल पाना Shyam Bihari Shyamal 7:59 am 1 Comment Edit शेरदिलों को करूं खबरदार श्याम बिहारी श्यामल बेहद पसंद था जिस शख्स को शेरदिल कहलाना देखने लायक था सामने आते उसका हकलान... Read More
नोचो नक़ाब उनके Shyam Bihari Shyamal 8:18 am Add Comment Edit करो पहल अभी शुरू श्याम बिहारी श्यामल नोचो नक़ाब उनके खूनी ख्व़ाब जिनके डूब जाने दो अभी दो न कतई तिनके वक़्त जब स... Read More
दोस्त-ओ-दुश्मन की शिनाख्त हो कैसे Shyam Bihari Shyamal 6:55 am 1 Comment Edit अफ़सुर्दा था वह औ' क़ैद-ए-लब श्याम बिहारी श्यामल ज़ेहन में जिसके सच के सिवा सब था उसके ज़ुबानी सच का क्या मतलब था ... Read More
ज़िंदगी टेढ़ी चाल न चल Shyam Bihari Shyamal 6:50 am 1 Comment Edit शर्तबाजी अब क़ुबूल नहीं श्याम बिहारी श्यामल आजिज़ हम, तू अब तो संभल ज़िंदगी टेढ़ी चाल न चल अपनी शर्त पर तू , यह प... Read More
यह जंग है इसमें क्या उम्मीद-ए-अतफ़ Shyam Bihari Shyamal 9:01 am 3 Comments Edit मशहूर क़लम पर यह स्याही कैसी श्याम बिहारी श्यामल आओ रंज़-ओ-गम करें तुरंत एक तरफ जोड़ें दिल-ए-ज़बान से नया एक हरफ जिसे लगता... Read More
रंग डालिए बना दीजिए हर शै को रंगीन Shyam Bihari Shyamal 8:42 am 1 Comment Edit क़ुदरत ने पहले बेशक़ रंग ही बनाए श्याम बिहारी श्यामल बच न पाए कहीं कुछ भी कोई ज़रा भी संगीन रंग डालिए बना दीजिए हर शै को... Read More
सुकूं-ए-दिल कहां ज़ोर-ए-इलम है Shyam Bihari Shyamal 7:46 am 1 Comment Edit पेशतर धुंध क्यों अब भी हरदम श्याम बिहारी श्यामल इस क़दर भी कैसे चश्म-ए-गम है समंदर इससे कितना यहां कम है ज़माने ने बद... Read More
पहिया घूम जो रहा बढ़ता क्यों नहीं Shyam Bihari Shyamal 7:40 am Add Comment Edit बाग उदास, बागवान बाग-बाग है श्याम बिहारी श्यामल पल-पल भिगो रही, कैसी यह आग है लपटों से छू रहा, ग़ज़ब यह राग है देखते ... Read More
रात भर ज़ार-ज़ार रोई है शब Shyam Bihari Shyamal 8:15 am 1 Comment Edit वक्त बवंडर कहां फुर्सत देता श्याम बिहारी श्यामल रात भर ज़ार-ज़ार रोई है शब सुबह अश्क़पाक़ अभी हुई है तब हवाएं चश्मदीद ह... Read More
दिल जो अपने रंग वही राह चल रहा था Shyam Bihari Shyamal 8:56 am Add Comment Edit चश्म-ओ-चिराग सवालों से गुम श्याम बिहारी श्यामल नक्श-ए-ज़हां कुछ इस क़दर बारफ्तार बदल रहा था अंदाज़-ए-तरक्क़ी यह शक़-ओ-सुब्हा... Read More
आतिश-ए-गुल यह जला दे न कहीं सारा ज़हां Shyam Bihari Shyamal 7:48 am Add Comment Edit बेचैनी जो उस तरह बेचैन भी नहीं श्याम बिहारी श्यामल जो है सो यह रौनक-ए-अंदाज़-ओ-अदा है दिखे जो भी दरहक़ीक़त यही ग़ज़लकदा है ... Read More
चमक रहे जो अब तक भयावह रहे थे Shyam Bihari Shyamal 8:36 am Add Comment Edit क्यों हम उसके साथ बह रहे थे श्याम बिहारी श्यामल तरक्क़ी दिन दूनी रात चौगुनी कर वह रहे थे जो रात को दिन व दिन को रात खुलकर ... Read More
बदला अब रंग-ए-जुलूस-ओ-हुज़ूं Shyam Bihari Shyamal 6:25 am Add Comment Edit आलम-ए-फरेब ज़ेरे गौर करना श्याम बिहारी श्यामल तय अगर कर ही लिया सच-सच कहना तो अब कुबूल भी कर हाशिये रहना गोकि ... Read More
अंदर यह मुंसिफ है जो Shyam Bihari Shyamal 5:57 am 1 Comment Edit शोर भीतर ही मचा है श्याम बिहारी श्यामल ज़िल्लत से कहां बचा है चोर कितना भी छुपा है ज़हां से लाख पोशीदा शोर भीतर ह... Read More
टहल रहा डर बिना किसी डर Shyam Bihari Shyamal 7:22 am 1 Comment Edit ज़िंदादिली ज़िंदा थी कहां श्याम बिहारी श्यामल हालात ऐसे अब पेशतर शीशे से सहमा था पत्थर ज़िंदादिली ज़िंदा थी कहां टहल... Read More
खुशअल्फाज़ में भी उनके ज़हर Shyam Bihari Shyamal 5:24 am 1 Comment Edit दिमाग को खोल आस्मां से उतर श्याम बिहारी श्यामल करामात-ए-खुदकशी भी न कर घर शीशे का है पत्थर से डर वक़्त रहते अग़र सं... Read More
सन्नाटो, संभल कर रहना Shyam Bihari Shyamal 7:30 am 1 Comment Edit चाक सिखला रहा उसे मूरत बनना श्याम बिहारी श्यामल जान गए बे-लफ्ज़ गुफ्तगू करना मगरूर सन्नाटो, संभल कर रहना क़द सामने खड़ा ... Read More
इल्म हासिल चेहरा अब बदल लेने का Shyam Bihari Shyamal 7:32 am 1 Comment Edit पल-पल बदलते दिख रहे हैं चेहरे श्याम बिहारी श्यामल सब कुछ उलट-पलट दे यह बवंडर न कहीं दरियाफ्त करूं मैं अपनी जगह हूं ... Read More