श्याम बिहारी श्यामल की गज़ल- 127 Shyam Bihari Shyamal 5:41 am Edit बदली बेशक़ दुनिया श्याम बिहारी श्यामल जिसे सब कुछ पता था शख्स वह लापता था उसके किस्से थे कई यही उसका खता था दम आंखों में दिखता कुछ कभी न कहता था कभी महीनों गायब कहाँ-कहाँ रहता था कभी हर वक़्त हाज़िर एक पल न हटता था बदली बेशक़ दुनिया लहू बहुत सस्ता था श्यामल दरिया केवल बस तन्हा बहता था Share on Facebook Share on Twitter Share on Google Plus About Shyam Bihari Shyamal Chief Sub-Editor at Dainik Jagaran, Poet, the writer of Agnipurush and Dhapel. RELATED POSTS
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