श्याम बिहारी श्यामल की ग़ज़ल- 139


शरारा ने कहा ज़िंदा रहेंगे हम

श्याम बिहारी श्यामल

पूरा कुनबा उसी से परेशान था    
क्योंकि उसके पास अब भी ईमान था


आग से कैसे कोई गाफिल रहता
कागज़ी पैरहन खतरा-ए-जान था

वह समझाते थे बुझने के फ़ायदे 
लपटें अड़ी थीं हर शख्स हैरान था 


शरारा ने कहा ज़िंदा रहेंगे हम 
नाकुबूल लालच का हर सामान था


उठी हुई अंगुली असरदार श्यामल
गला बचाना मगर कहां आसान था





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About Shyam Bihari Shyamal

Chief Sub-Editor at Dainik Jagaran, Poet, the writer of Agnipurush and Dhapel.
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