इस चरवाही की तारीफ़ हो कि लानत भेजूं
IIII आचार्य प्रवर डा. नामवर सिंह के अंतिम संस्कार का
विचलित कर देने वाला दृश्य (वीडियो क्लिप) देखकर IIII
श्याम बिहारी श्यामल
विचलित कर देने वाला दृश्य (वीडियो क्लिप) देखकर IIII
श्याम बिहारी श्यामल
विचलित कर गया लोहे का यूं हवा हो जाना
क़ुदरत तेरे खेल को मुश्किल है जान पाना
कुछ जाना भी कर लिखा-पढ़ा भी कर तो अच्छा
जंचा नहीं नामवर संग यह सलूक दिखाना
कोई कुछ भी हो राजा रंक फक़ीर कि अदीब
अज़ब है तेरा एक ही अंदाज़ पेश आना
इस चरवाही की तारीफ़ हो कि लानत भेजूं
एक ही डंडे से सभी को हांकना-चराना
श्यामल इल्म-ओ-तहज़ीब ही नहीं पास जिसके
ऐसे किसी अहमक़ को क्या कुछ कहना-बताना
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (22-02-2019) को "नमन नामवर" (चर्चा अंक-3255) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'