ज़िंदगी टेढ़ी चाल न चल Shyam Bihari Shyamal 6:50 am Edit शर्तबाजी अब क़ुबूल नहीं श्याम बिहारी श्यामल आजिज़ हम, तू अब तो संभल ज़िंदगी टेढ़ी चाल न चल अपनी शर्त पर तू , यह पता राह यह जो हमारी पहल शर्तबाजी अब क़ुबूल नहीं मोलभाव की आदत बदल मेहरबानी से तेरी ही समझ चुके हम हर एक छल नापसंद अगर नाम श्यामल निहायत यह अंदाज़ चहल Share on Facebook Share on Twitter Share on Google Plus About Shyam Bihari Shyamal Chief Sub-Editor at Dainik Jagaran, Poet, the writer of Agnipurush and Dhapel. RELATED POSTS
जवाब देंहटाएंशर्तबाजी अब क़ुबूल नहीं
मोलभाव की आदत बदल ...वाह वाह 👌👌